Psalmen 112
112
यहोवा की स्तुति करो!
2
उसका वंश पृथ्वी पर पराक्रमी होगा;
3
उसके घर में धन सम्पत्ति रहती है;
4
सीधे लोगों के लिये अंधकार के बीच में ज्योति उदय होती है;
5
जो व्यक्ति अनुग्रह करता और उधार देता है,
6
वह तो सदा तक अटल रहेगा;
7
वह बुरे समाचार से नहीं डरता;
8
उसका हृदय सम्भला हुआ है, इसलिए वह न डरेगा,
9
उसने उदारता से दरिद्रों को दान दिया,
10
दुष्ट इसे देखकर कुढ़ेगा;