詩篇 (しへん) 67

67

परमेश्‍वर हम पर अनुग्रह करे और हमको आशीष दे;

2

जिससे तेरी गति पृथ्वी पर,

3

हे परमेश्‍वर, देश-देश के लोग तेरा धन्यवाद करें;

4

राज्य-राज्य के लोग आनन्द करें,

5

हे परमेश्‍वर, देश-देश के लोग तेरा धन्यवाद करें;

6

भूमि ने अपनी उपज दी है,

7

परमेश्‍वर हमको आशीष देगा;