Псалтирь 30
30
हे यहोवा, मैं तुझे सराहूँगा क्योंकि तूने
2
हे मेरे परमेश्वर यहोवा,
3
हे यहोवा, तूने मेरा प्राण अधोलोक में से निकाला है,
4
तुम जो विश्वासयोग्य हो!
5
क्योंकि उसका क्रोध, तो क्षण भर का होता है,
6
मैंने तो अपने चैन के समय कहा था,
7
हे यहोवा, अपनी प्रसन्नता से तूने मेरे पहाड़ को दृढ़
8
हे यहोवा, मैंने तुझी को पुकारा;
9
जब मैं कब्र में चला जाऊँगा तब मेरी मृत्यु से
10
हे यहोवा, सुन, मुझ पर दया कर;
11
तूने मेरे लिये विलाप को नृत्य में बदल डाला;
12
ताकि मेरा मन तेरा भजन गाता रहे