诗篇 122

122

जब लोगों ने मुझसे कहा, “आओ, हम यहोवा के भवन को चलें,”

2

हे यरूशलेम, तेरे फाटकों के भीतर,

3

हे यरूशलेम, तू ऐसे नगर के समान बना है,

4

वहाँ यहोवा के गोत्र-गोत्र के लोग यहोवा के नाम का धन्यवाद करने को जाते हैं;

5

वहाँ तो न्याय के सिंहासन,

6

यरूशलेम की शान्ति का वरदान माँगो,

7

तेरी शहरपनाह के भीतर शान्ति,

8

अपने भाइयों और संगियों के निमित्त,

9

अपने परमेश्‍वर यहोवा के भवन के निमित्त,