Psalms 141

141

हे यहोवा, मैंने तुझे पुकारा है; मेरे लिये फुर्ती कर!

2

मेरी प्रार्थना तेरे सामने सुगन्ध धूप,

3

हे यहोवा, मेरे मुँह पर पहरा बैठा,

4

मेरा मन किसी बुरी बात की ओर फिरने न दे;

5

धर्मी मुझ को मारे तो यह करुणा मानी जाएगी,

6

जब उनके न्यायी चट्टान के ऊपर से गिराए गए,

7

जैसे भूमि में हल चलने से ढेले फूटते हैं,

8

परन्तु हे यहोवा प्रभु, मेरी आँखें तेरी ही ओर लगी हैं;

9

मुझे उस फंदे से, जो उन्होंने मेरे लिये लगाया है,

10

दुष्ट लोग अपने जालों में आप ही फँसें,