诗篇 24
24
पृथ्वी और जो कुछ उसमें है यहोवा ही का है;
2
क्योंकि उसी ने उसकी नींव समुद्रों के ऊपर दृढ़ करके रखी,
3
यहोवा के पर्वत पर कौन चढ़ सकता है?
4
जिसके काम निर्दोष और हृदय शुद्ध है,
5
वह यहोवा की ओर से आशीष पाएगा,
6
ऐसे ही लोग उसके खोजी है,
7
हे फाटकों, अपने सिर ऊँचे करो!
8
वह प्रतापी राजा कौन है?
9
हे फाटकों, अपने सिर ऊँचे करो
10
वह प्रतापी राजा कौन है?